सोजत में मानसून की दस्तक: लीलड़ी नदी उफान पर, खेतों को मिली संजीवनी
रिपोर्टर आमिर खान सोलंकी
सोजत । बुधवार तड़के करीब 5 बजे से सोजत में रिमझिम बारिश का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर सुबह तक जारी रहा। सुबह 8:30 बजे तेज बारिश हुई, जो लगभग 40 मिनट तक मूसलाधार बनी रही। इससे सोजत शहर की सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन गई और बाजारों में पानी बहने लगा। हालांकि इस बारिश से गर्मी और उमस से परेशान लोगों को बड़ी राहत मिली है। सोजत की जीवन रेखा मानी जाने वाली लीलड़ी नदी मानसून की पहली ही बारिश में अपने पूर्ण वेग से बहती नजर आई। बुधवार तड़के करीब 5 बजे से शहर में रिमझिम बारिश का सिलसिला शुरू हुआ, जो सुबह तक लगातार जारी रहा। सुबह करीब 8:30 बजे तेज बारिश हुई, जो लगभग 40 मिनट तक मूसलधार बनी रही।
तेज बारिश से सोजत शहर की प्रमुख सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन गई, बाजारों में पानी बहने लगा। हालांकि इससे गर्मी और उमस से राहत मिली और लोगों के चेहरों पर सुकून नजर आया। बारिश का सर्वाधिक लाभ खेतों को मिला, जिससे मेहंदी सहित कई फसलों को पर्याप्त नमी प्राप्त हुई है।
वहीं, लीलड़ी नदी में पानी आने पर ग्रामीणों ने नदी की पूजा की और चुनरी ओढ़ाकर आभार प्रकट किया। फिलहाल रुक-रुक कर रिमझिम बारिश का दौर जारी है, जिससे किसानों में उत्साह और उम्मीद की लहर देखी जा रही है।
बारिश का सबसे ज्यादा फायदा खेतों को हुआ है। मेहंदी सहित अन्य फसल योग्य फसलों को पर्याप्त नमी मिली है। लीलड़ी नदी में पानी आने के बाद ग्रामीणों ने नदी की पूजा की और चुनरी ओढ़ाकर खुशी जाहिर की।
मौसम विभाग ने दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में आगामी 3 से 4 दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है। इस चेतावनी में सोजत और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र भी शामिल हैं। जिले के अन्य इलाकों में भी अच्छी बारिश हुई — देसूरी में 242 मिमी और सोजत में 88 मिमी वर्षा दर्ज की गई।