जो समाज अपने इतिहास से विमुख हो जाता है, उसकी स्थिति जड़ से कटे पेड़ की तरह : शेखावत
- वीरवर राव चांदाजी मेड़तिया की 520 वीं जयंती समारोह में बोले केंद्रीय संस्कृति एवं पयर्टन मंत्री
- कहा, इतिहास केवल सफलताओं से प्रेरणा लेने का विषय नहीं, विफलताओं से सीख लेने का भी माध्यम
जोधपुर । केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि जो समाज अपने इतिहास से विमुख हो जाता है, उसकी स्थिति जड़ से कटे हुए पेड़ की तरह होती है। इतिहास केवल सफलताओं से प्रेरणा लेने का विषय नहीं होता, बल्कि विफलाओं से सीख लेकर आगे बढ़े का माध्यम भी होता है।
मंगलवार को पीपाड़ शहर के जोधपुर पीपाड़ शहर के ग्राम मेरासिया में भव्य समारोह में मुख्य अतिथि केन्द्रीय संस्कृति एवम् पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत
ने यह विचार व्यक्त किए। केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि जिस तरह लोग नौकरी, व्यवसाय आदि के लिए अपने गांवों से दूर हो रहे हैं, उसी तरह अपने इतिहास से भी दूर हो रहे हैं, जो स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। यह स्थिति हर जगह है, इसलिए हमें इस बात पर चिंता करने की जरूरत है कि हमारी आने वाली पीढ़ी किस तरह इतिहास से जुड़े।
वीरवर राव चांदाजी का योगदान प्रेरणादायक
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वीरवर राव चांदाजी मेड़तिया जी का जीवन हम सबके लिए प्रेरणादायक है। कल्पना कीजिए कि 520 साल पुरानी उस परिस्थति में, जब देश में मुगल आक्रांताओं द्वारा आक्रमण की श्रृंखला शुरू हुई थी। उस कालखंड में वीरवर राव चांदाजी मेड़तिया ने अपनी प्रतिभा, पुरुषार्थ और व्यक्तित्व के आधार पर अपना नाम और साम्राज्य स्थापित किया। उस दौर में जिन्होंने संघर्ष किया, उन्होंने कालजयी जीवन जिया, इसलिए आज भी हम सभी उन्हें गर्व के साथ स्मरण करते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उस महान विभूति की जयंती पर चांदा परिवार जिस तरह पिछले 25 सालों से कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, उसकी हर साल भव्यता और भी बढ़ रही है। ऐसे कार्यक्रमों में युवाओं की क्या उपस्थिति है, हमें इस दृष्टिकोण से भी सोचने की जरूरत है, क्योंकि जब युवा ऐसे कार्यक्रमों से जुड़ेंगे तो निश्चित तौर पर उनका इतिहास के प्रति लगाव बढ़ेगा।
नौकरी नहीं, स्वरोजगार की अधिक सोचें
शेखावत ने कहा कि आने वाले समय में जिस समाज की सरकारी नौकरियों पर निर्भरता अधिक होगी, वह समाज प्रगति की दौड़ में पिछड़ जाएगा।इसलिए जरूरी है कि राजपूत समाज को अपने आने वाली पीढ़ी को किस तरह व्यवसाय के हर क्षेत्र में प्रतिस्थापित किया जा सकता है, उस दिशा में गंभीरता से सोचने की आवश्यकता है। शेखावत ने कहा कि आजादी के बाद राजपूत समाज ने बहुत प्रगति की है, लेकिन बदलते समय के साथ केवल नौकरियों पर निर्भर रहने के बजाय व्यवसाय के क्षेत्र में किस तरह आगे बढ़ा जा सकता है। उसके लिए सभी को मिलकर आगे आने की जरूरत है।
वीरवर राव चांदाजी मेड़तिया की 520
जयंती पर जोधपुर पीपाड़ शहर के ग्राम मेरासिया में भव्य समारोह में वक्ताओं ने
राव चांदाजी मेड़तिया के जीवन चरित्र और इतिहास से जुड़े अनेक पहलुओं पर विचार साझा किए।
समारोह से पहले केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने यहां मां नागणेच्या के मन्दिर में ज्योत के दर्शन किए। इस अवसर पर केसरिया साफे पहने युवाओं द्वारा किए गए स्नेहिल स्वागत अभिनंदन ने अभिभूत कर दिया। समारोह में पूर्व राज्यसभा सांसद पद्मभूषण डॉ नारायण सिंह माणकलाव, मारवाड़ राजपूत सभा हनुमान सिंह खांगटा, पूर्व सांसद गोपाल सिंह ईड़वा, भाजपा के प्रदेश मंत्री श्रवण सिंह बगड़ी, भाजपा देहात दक्षिण अध्यक्ष त्रिभुवन सिंह भाटी, शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी, शक्ति सिंह राठौड़ आई ए एस, पूर्व मंत्री श्रीमती कमसा मेघवाल, ठाकुर गोपाल सिंह बालूंदा सहित क्षेत्र के समाज के गणमान्य जनों की उपस्थिति रही।