जोधपुर रेल मंडल ने वर्ष 2023-24 में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य कर स्थापित कर किए नये आयाम स्थापित

इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने के लिए वित्तीय वर्ष 2023- 24 में (41 किलोमीटर) दोहरीकरण एवं (1060 रूट किलोमीटर) रेल विद्युतीकरण एवं 24 आरयूबी व 1 आरओबी निर्माण का कार्य किया

Gulam Mohammed, Editor, Seva Bharati News

जोधपुर। उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर मंडल पर वर्ष 2023-24 में सुरक्षित और सुगम रेल संचालन के लिए आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करना तथा बेहतर यात्री सुविधाओं के लिये अनेक कार्य कर नये आयाम स्थापित किये गये है। मंडल पर वर्ष 2024-25 में भी आधारभूत ढांचे (infrastructure) को मजबूत बनाने व अधिक अधिक यात्री सुविधाएं प्रदान करने के लिये पूर्ण क्षमता के साथ कार्य करने का लक्ष्य रखा गया हैं।

मंडल रेल प्रबंधक पंकज कुमार सिंह ने बताया कि मंडल पर आधारभूत ढांचे (infrastructure) को मजबूत बनाने के लिये वर्ष 2023-24 में (41 किलोमीटर) दोहरीकरण का कार्य पूर्ण किया गया है। तथा मंडल पर 24 आरयूबी व 1 आरओबी के निर्माण का कार्य वर्ष 2023-24 में कमिश्निंग किया गया है। मंडल पर अभी तक (1396 रूट किलोमीटर) विद्युतीकरण कार्य पूरा किया जा चुका है। जिनमें मंडल पर समदड़ी-बाड़मेर, बाड़मेर-मुनाबाव, समदड़ी-भीलड़ी, फलोदी-आशापुरा गोमट रेल विद्युतीकरण कार्य पूरा (शेष-जैसलमेर सैक्शन में आशापुरा गोमट से जैसलमेर, थैयात हमीरा से सानू और डेगाना-फुलेरा रेल खण्ड पर मकराना से फुलेरा (अप व डाउन लाइन) कार्य प्रगति पर हैं।

मंडल ने लक्ष्यानुसार 254 किलोमीटर रेल मार्ग का दोहरीकरण कर विशेषकर पश्चिमी राजस्थान में विकास के मार्ग को प्रशस्त करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस रेलखंड के फुलेरा-गोविंदी मारवाड़ (25 किलोमीटर) व कुचामन सिटी-नावां सिटी (16 किलोमीटर) रेलखण्डों के दोहरीकरण का कार्य वर्ष 2023-24 में पूर्ण कर रेल संचालन प्रारम्भ किया गया।

वर्ष 2024-25 में जोधपुर मंडल क्षेत्र में आरडीएसओ टेस्ट ट्रेक का प्रथम चरण (27 किलोमीटर) का निर्माण हुआ है। इस टेस्ट ट्रैक की प्रस्तावित लागत 820 करोड़ है। यह ट्रायल टेस्ट ट्रैक गुढ़ा से ठठाना मीठड़ी तक 64 किलोमीटर लंबा रेलवे ट्रैक बिछाया जा रहा है। इसके साथ ही मंडल पर इस वित्तीय वर्ष में यात्री सुविधाओं के साथ वंदे भारत का सफल संचालन एवं अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत मंडल के 17 स्टेशनों को नया स्वरूप और अधिक यात्री सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। स्टेशन पुनर्विकास में स्थानीय लोक कला व विरासत का समावेश कर स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है।

संरक्षा एवं सुरक्षा की दृष्टि इस वित्तीय वर्ष में मंडल के 121 पुलों की गहनता से जांच कर सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए दुरुस्त किया गया। मंडल पर 100.50 किमी. रेलवे ट्रैक के (फुलेरा – जोधपुर व जोधपुर – मारवाड़ जंक्शन) रेलखंडो के बीच में सीटीआर का कार्य पूरा किया गया है।

रेल प्रशासन द्वारा अतिरिक्त यात्री यातायात को देखते हुए और यात्रियों के लिए सुगम/आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए मंडल पर 144 रेलसेवाओं/फेरों का संचालन किया गया। जिनमें त्योहार स्पेशल, आस्था स्पेशल, मेला स्पेशल, इत्यादि रेल सेवाएं है। इसके साथ ही जनता की मांग पर 54 नए ठहराव प्रारंभ किए गए।

यात्री सुविधा हेतु स्टेशनों पर ट्रेन में आसानी से चढ़ने- उतरने के लिए 10 स्टेशनों के प्लेटफार्म को हाई लेवल (ऊंचे) में बदलने का कार्य किया गया तथा 04 स्टेशनों का विस्तार (लंबाई) का कार्य किया गया।

रेल दोहरीकरण और विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो जाने पर रेल सेवाओं में वृद्धि के साथ-साथ गति एवं समयपालन भी बढ़ेगी। इस कार्य की संपूर्णता पर पश्चिमी राजस्थान में औद्योगिक विकास की संभावनाएं बढ़ेगी वहीं इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।

इनका कहना है

जोधपुर रेल मंडल ने वर्ष 2023-24 में निरंतर नये विकास के नये शिखर को प्राप्त किया है और आने वाले समय में यात्रियों को दिन-प्रतिदिन नई सुविधाएं प्रदान करने के लिये सदैव प्रतिबद्ध है।

पंकज कुमार सिंह, मंडल रेल प्रबंधक, जोधपुर

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