सैनाचार्य के सान्निध्य व पूर्व महारानी हेमलता राजे के नेतृत्व में पैदल यात्रियों का संघ रामदेवरा रवाना
18 किमी का सफर तय करने में लगे दस घंटे से अधिक का समय
जोधपुर। सैनाचार्य स्वामी अचलानंद गिरि महाराज के सान्निध्य व पूर्व महारानी हेमलता राजे के नेतृत्व में पैदल यात्रियों का संघ शुकवार सुबह 9 :30 बजे जुगल जोड़ी बाबा रामदेव मंदिर से रामदेवरा के लिए रवाना हुआ। पहला पड़ाव 18 किमी दूर गोयलों की ढाणी था, इस सफर को पूरा करने में 10 घंटे से अधिक का समय लगा। लोगों में उत्साह का माहौल इतना था कि 85 से ज्यादा स्थानों पर विभिन्न समाजों, संगठनों, संस्थाओं व गणमान्य लोगों ने पदयात्रा का पुष्प वर्षा, अल्पाहार व शीतल पेयजल से स्वागत किया।
कार्यक्रम संयोजक सुरेश बुगालिया ने बताया कि पूर्व महारानी हेमलता राजे उम्मेद भवन से पैदल जुगल जोड़ी बाबा रामदेव मंदिर पहुंची। यहां बाबा रामदेव व रानी नेत्तल की विशेष पूजा-अर्चना हुई, तत्पश्चात वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन में आहुतियां देकर यात्रा का शुभारंभ किया। यात्रा में जहां हाथी, घोड़े, मेहरानगढ़ बैंड व शाही लवाजमा आकर्षण का केंद्र रहा। वहीं सिर पर मंगल कलश धारण किए महिलाएं मंगल गीत गाते हुए चल रही थी।
सैनाचार्य के प्रतिनिधि रघुवीरसिंह भदावत व मदन सैन ने बताया कि पदयात्रा सर्किट हाउस, पुलिस लाइन, मोहनपुरा, नई सड़क, जालोरी गेट, 12वीं रोड होते हुए बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ के समाधि स्थल पहुंची। यहां महा आरती हुई, साथ ही मंदिर परिसर में पौधे लगा पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। पदयात्रा का हिंदू सेवा मंडल, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, श्रीमाली समाज, सैन समाज, माली समाज के विभिन्न संगठनों, टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन, कांग्रेस कमेटी, भाजपा, रालोपा सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने 85 से ज्यादा स्थानों पर स्वागत किया। इस दौरान पूर्व महारानी व सैनाचार्य ने लोगों को निशुल्क पौधे बांट पर्यावरण संरक्षण का भी संकल्प दिलाया। भदावत ने बताया कि शनिवार अलसुबह गोयलों की ढाणी से पैदल यात्रियों का संघ अगले पड़ाव बालरवा के लिए प्रस्थान करेगा।
इन्होंने निभाई सहभागिता
इस मौके सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास, राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह सोलंकी, शहर विधायक मनीषा पंवार, गोपालसिंह भलासरिया, पूर्व विधायक बाबूसिंह राठौड़, जसवंत सिंह इंदा, शंभूसिंह खेतासर, विष्णुचंद प्रजापत, गणपतसिंह राजपुरोहित, नारायणसिंह माणकलाव, धर्मीचंद सोलीवाल, छोटूसिंह राठौड़, जगदीश भाटी, पार्षद रामचंद्र सैन, धीरज सैन, सुमन सैन, महेश परिहार सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।
संतों व मुस्लिम समाज ने भी किया स्वागत
पदयात्रा का दादा दरबार सिद्धनाथ महादेव मंदिर के गादीपति महंत मुनेश्वर गिरि, उत्तराधिकारी कंचन गिरि, बिजोलाई आश्रम के सोमेश्वर गिरि, संत माधवदास, संत अमरदास सहित अनेक संतों ने स्वागत किया। वहीं कुछ स्थानों पर मुस्लिम समाज के विभिन्न संगठनों ने भी पदयात्रियों का स्वागत कर सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल पेश की।