गांधी स्मृति को अक्षुण्ण बनाएं रखना जरूरी : श्रीमती बोथरा
जोधपुर। गांधी शांति प्रतिष्ठान समिति की अध्यक्ष श्रीमती आशा बोथरा ने कहा कि गांधी स्मृति को अक्षुण्ण बनाएं रखना जरूरी हैं। हमें ऐसे प्रयास करने चाहिये कि अमृतकाल विषकाल न बन जाएं। श्रीमती बोथरा मंगलवार को यहां गांधीभवन परिसर में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झण्डारोहण के बाद बतौर मुख्यअतिथि गांधीजनों को संबोधित कर रहीं थी।
श्रीमती बोथरा ने कहा दिल से अच्छी बात निकलेगी तो वो निश्चित रूप से दिल तक जरूर जायेगी। उन्होंने देश में सद्भावना पूर्ण माहौल बनाएं रखने की अपील भी की।
इस अवसर पर सवेरे परिसर में नन्हीं बालिका युविका चौहान के हाथों झण्डारोहण हुआ। इस दौरान बड़ी संख्या में गांधीजन उपस्थित थे। सभी ने एक साथ राष्ट्र्गान प्रस्तुत किया। कर्नल उम्मेैदसिंह राठौड़ ने कहा कि हमें हमारी सेना पर गर्व हैं और हमारी सेना किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। हमारा फर्ज बनता हैं कि हम देश के भीतर शांतिपूर्ण माहौल बनाएं रखने में अपना योगदान दे। सचिव डाॅ0 भावेंद्र शरद जैन ने कहा कि गांधीजन का दायित्व बनता हैं कि वे देश में एकता, अखण्डता एवं शांति बनाएं रखने के प्रयास निरंतर जारी रखें।
इससे पूर्व सम्पूर्ण गांधीभवन परिसर में गांधीजनों ने श्रमदान कर परिसर को स्वच्छ व सुन्दर बनाया । साथ ही परिसर में पौधें भी लगाएं गए। कार्यक्रम में प्रो0 कौशलनाथ उपाध्याय, डाॅ0 पद्मजा शर्मा, शशांक चौहान, शांति चौहान, नवीन चितारा, धर्मेश रूटिया, सरोज रूटिया, अम्बालाल जेदिया, गिरधर मूंदडा, सुनील भण्डारी, सुनील चारण, राकेश गांधी, ज्योति-भारत बोथरा, भूमेश्वरनाथ व्यास, बादलराज सिंघवी, मधुर टाटिया, सुरेन्द्र कुमार, कमलेश, मोहन महत्तो सहित युवाओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।