अब यहां खाद्य पदार्थों की रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होगी मान्य
जोधपुर। जोधपुर की संभागीय जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला को नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेट्रीज (एनएबीएल) द्वारा सर्टिफिकेट प्राप्त हो गया है। एनएबीएल से प्रमाणित होने के बाद अब इस लैब में खाद्य पदार्थों की जांच की रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य होगी। शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के दौरान मिलावट के संदिग्ध खाद्य पदार्थों के सैंपल की टेस्टिंग जोधपुर के खाद्य विभाग की जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला में की जाती है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बलवंत मंडा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिलावट खोरी को रोकने के लिए शुद्ध के लिए युद्ध समय-समय पर विशेष अभियान चलाएं जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की परिकल्पना है कि प्रदेश का प्रत्येक नागरिक स्वस्थ व समृद्ध हो इसके लिए मुख्यमंत्री द्वारा निरोगी राजस्थान अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत प्रत्येक नागरिक को शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध हो इसको लेकर विशेष प्रावधान किए गए हैं।
खाद्य प्रयोगशाला प्रभारी डॉ रेणु शर्मा ने बताया कि प्रयोगशाला द्वारा संबंधित इंटरनेशनल स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन के सभी मानको पूर्ण कर उन पर पूरी तरह से खरा उतरने के पश्चात ही प्रयोगशाला को यह सर्टिफिकेट दिया जाता है। अपने जोधपुर की फूड लैब इन सभी मानकों पूरा करने वाली प्रदेश स्तर पर छठी सरकारी जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला है जो कि एनएबीएल से सर्टिफाइड हुई है। इसके पश्चात प्रयोगशाला द्वारा जारी खाद्य पदार्थों की विश्लेषण रिपोर्ट विश्व भर में मान्य होगी। साथ ही न्यायिक प्रक्रिया के दौरान एनएबीएल प्रमाणीकरण के आधार पर चैलेंज नहीं की जा सकेगी। इससे मिलावटखोरों के विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्यवाही करना अधिक प्रभावी हो सकेगा।