संभागीय आयुक्त कई ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया –
- विद्यालयों, कार्यालयों, आंगनवाड़ी केंद्रों, ग्राम पंचायतों, मतदाता बूथों व उप स्वास्थ्य केंद्रों का किया निरीक्षण
सेवा भारती समाचार।
जोधपुर। संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा ने जिले के अनेक गांव का दौरा किया व इस दौरान विद्यालयों, कार्यालयों, उप स्वास्थ्य केंद्र, विद्यालय, मतदाता बूथों व आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया। संभागीय आयुक्त ने राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय कुड़ी भगतासनी का निरीक्षण किया, इस दौरान विद्यालय में पद स्थापित अध्यापकों के अनुपस्थित पाए जाने पर गहरी नाराजगी प्रकट की व विद्यालय में हाजिरी रजिस्टर में हस्ताक्षर करके गायब पाए गए अध्यापक ग्रेड थर्ड शंकर सिंह विश्नोई एवं विद्यालय में 3:30 घंटे बाद तक भी नहीं आने वाले और बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित अध्यापक ग्रेड थर्ड गणपत लाल गौड़ एवं अध्यापिका ग्रेड थर्ड पूनम कुमारी जोशी को चार्जशीट जारी करने के निर्देश दिए। संभागीय आयुक्त ने संभाग स्तरीय संस्कृत शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र सिंह को संस्कृत विद्यालय में बुलाकर यह निर्देश दिए।
उन्होंने प्रधानाध्यापिका संगीता राठौड़ को जानबूझकर हस्ताक्षर पंजिका के कॉलम खाली छोडऩे व अध्यापक को स्कूल में हाजिरी करने के बाद निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए जाने पर पर्यवेक्षण की लापरवाही का दोषी मानते हुए चार्जशीट जारी करने के निर्देश दिए। विद्यालय के आहरण वितरण अधिकारी एवं प्रभारी महेंद्र टाक को पर्यवेक्षण उदासीनता के चलते नोटिस जारी करने के निर्देश। संभागीय आयुक्त ने विद्यालय में मौजूद शिक्षकों से कोरोना काल मे की जा रही शिक्षा की जानकारी ली। संभागीय आयुक्त ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय डांगियावास का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शिक्षक कन्हैयालाल गर्ग ने बताया कि विद्यालय में 273 छात्रों का नामांकन दर्ज है व 2074 पुस्तकों का वितरण किया जा चुका है, निरीक्षण के दौरान पाया कि कक्षा 6 से 8 तक के होमवर्क के प्रोटोकॉल अध्यापकों द्वारा तैयार किए जाने थे वह तैयार नहीं किए गए,इसी प्रकार विद्यालय में कक्षा 9 से 12वीं तक के चार पांच बच्चों ने ही अपना होमवर्क विद्यालय में उपस्थित होकर चेक कराया। संभागीय आयुक्त ने बीनावास के उच्च माध्यमिक विद्यालय में दो अध्यापिकाओं के दोपहर 3:30 बजे तक हस्ताक्षर पंजिका में हस्ताक्षर नहीं होने व कॉलम खाली छोड़े जाने पर प्रधानाध्यापिका से इसके लिए नाराजगी प्रकट की व जिला शिक्षा अधिकारी को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। संभागीय आयुक्त के निरीक्षण के दौरान संभागीय कार्यालय से आई अधिकारियों की टीम ने पाठ्य पुस्तकों और कार्यपुस्तिका के वितरण की घर-घर जाकर जांच की इसके साथ ही ई शिक्षण कार्यक्रम में बच्चों को दी जा रही ऑनलाइन शिक्षा की भी गांव में अभिभावकों के मोबाइल में चेक करके जांच की।
संभागीय आयुक्त ने इस दौरान निर्देश दिया कि कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई स्कूल बंद होने से बाधित हो रही है इस कारण से प्रत्येक शिक्षक का यह कर्तव्य है कि वह राज्य सरकार के निर्देश के अनुरूप प्रत्येक बच्चे को शिक्षा से जुड़े और उन्हें शिक्षण सामग्री पहुंचाकर होमवर्क करवा कर उनकी लर्निंग सुनिश्चित करें जिससे कि राजकीय स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों का यह सत्र खराब ना हो जाए।उन्होंने एक अध्यापिका द्वारा उनकी क्लास के प्रत्येक बच्चे के पोर्टफोलियो का अवलोकन किया और सराहना भी की।
संभागीय आयुक्त ने ग्रामीण क्षेत्रों में निरीक्षण के दौरान डांगियावास,बीनावास, कापरड़ा व ओलवी में विद्यालयों, आंगनवाड़ी केंद्रों,पंचायत समितियों,ग्राम पंचायत,उप स्वास्थ्य केंद्र, राजकीय कार्यालयों का निरीक्षण किया। संभागीय आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान गांव में मतदाता सूची में नाम जोडऩे हटाने की प्रक्रिया भी देखी।विभिन्न पोलिंग बूथों पर बीएलओ के स्तर तक संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत नए मतदाताओं के नाम सूची में जोड़ें व हटाने की प्रक्रिया चल रही है। संभागीय आयुक्त ने डांगियावास,बीनावास दांतीवाड़ा,ओलवी ग्राम पंचायतों में जाकर इस प्रक्रिया का परीक्षण किया व स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं लोगों से फीडबैक लिया। इस दौरान तहसीलदार बिलाङा व अन्य राजस्व अधिकारी भी मौजूद थे।
उन्होंने बनाड़ में 3 मतदाता बूथों,डांगियावास में दो वह दांतीवाड़ा के 2 बूथों का निरीक्षण किया।इनके निरीक्षण के दौरान मतदाता बूथों पर उपलब्ध सुविधाएं, मतदाता सूची के बारे में पूर्ण जानकारी ली, नए नाम जोडऩे हटाने के बारे में जमा हुए फार्म के संबंध में जानकारी ली, व लोगों से भी संवाद किया सरपंच सिद्ध राम ने बताया कि मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण कार्य संतोषप्रद संचालित हो रहा है,दांतीवाड़ा के बूथ पर उपस्थित पूर्व प्रधान मिश्रीलाल छाबा ने बताया कि कार्यक्रम सही ढंग से चल रहा है,संभागीय आयुक्त ने सभी बीएलओ को पात्र नव मतदाता के फॉर्म भरवाने को कहा।
संभागीय आयुक्त ने कार्यालय के निरीक्षण दल द्वारा मंडोर पंचायत समिति में साईं 5:30 पर औचक निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजिका में 30 में से 10 कर्मचारी के हस्ताक्षर करने के बाद उपस्थित नहीं पाए जाने,2 कर्मचारियों के उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर नहीं होने व अवकाश नहीं होने व कार्यालय में मूवमेंट रजिस्टर संधारित नहीं होने की कमी पाई गई।इसके लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद डॉ इंद्रजीत यादव को इस संबंध में अनुशासनात्मक कार्यवाही करने,साथ ही बीडीओ को भी पर्यवेक्षणीय लापरवाही के लिए नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।