सम्भागीय आयुक्त ने ली विभिन्न अधिकारियों की बैठक –
सेवा भारती समाचार।
जोधपुर। सम्भागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने सम्भाग के सभी 6 जिलों के परिवहन अधिकारियों की वीसी के माध्यम से समीक्षा की। सम्भागीय आयुक्त ने वीसी में कहा कि विभाग के अधिकारी हाईवे पर वाहनो को जांच करते समय ऑवर लोडिंग की गम्भीरता से जांच करे व नियमानुसार कार्य करे, इसे गम्भीरता से करे। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान वाहनो की फिटनेस, लाइसेंस, पर पूरा ध्यान देवे। वाहनो में कमी पाये जाने पर कार्यवाही करे। किसी भी वाहन से कोई अवैध वसूली ना की जाए, यदि ऐसा पाया जाता है तो संबंधित जिला परिवहन अधिकारी और आरटीओ का भी पर्यवेक्षणीय दायित्व निर्धारित किया जाएगा।
सम्भागीय आयुक्त ने कहा कि जहां भी फिटनेस सेन्टर चल रहे है, उनकी समय समय पर जाकर जांच करे ताकि बेहतर संचालन हो सके। विभाग यह सुनिश्चित कराने के लिए पूरे प्रयास करे की सडक़ पर दुर्घटनाए रुक सके। सम्भागीय आयुक्त ने कहा कि वाहन लाइसेंस बनाने कि प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी बनाये व लाइसेंस के लिए पूरी तरह नियमों की पालना करवाए व इसमें अनाधिकृत हस्तक्षेप रोका जावे। जिला परिवहन अधिकारियों के दफ्तरों के बाहर एजेंटों को हटाया जाए और लाइसेंस बनने का काम बिना एजेंट के किया जाए। इस कार्य में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा राजस्व वसूली पर भी जोर देवे और दिसंबर माह के अंत तक अपने राजस्व के टारगेट भी प्राप्त करें। वी सी में अतिरिक्त आरटीओ जोधपुर नेमी चंद पारीक,डीटीओ राजेन्द्र डांगा, डीटीओ विनोद कुमार लेगा व सम्भाग के परिवहन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
वहीं संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा ने संभाग के वन अधिकारियो की वीसी भी ली। वीसी सें संभाग के वन अधिकारी व जिला कलक्टर पाली व सिरेाही भी जुड़े हुए थे। संभागीय आयुक्त ने वीसी में कहा कि वन भूमि के अमल दरामद व रेखांकन के सार्थक प्रयास करे व जहंा कही समस्याएं आ रही है उसके बारे में बताये। संभागीय आयुक्त ने वीसी से जुडे पाली कलक्टर अंशदीप व कलक्टर सिरोही से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि संभाग में अमल दरामद से शेष भूमि का तहसील स्तर तक की सूची तैयार की जावे जिससे नामान्तरण की कार्यवाही समय पर हो सके। उन्होंने कहा कि इससे वन भूमि पर हो रहे अतिक्रमण भी राके जा सकेंगे। संभागीय आयुक्त ने वन अधिकारियों को सिटी वन प्रोजेक्ट तैयार कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर जिले के अच्छे प्रोजेक्ट बनाये व लम्बित प्रोजेक्ट पर आगे कार्य करे। संभागीय आयुक्त ने कहा कि जिला कलक्टर जो वन भूमि का क्षेत्र नोटिफाइड हो चुका है, उसका अमल दरामद अविलम्ब करे व नॉन नोटिफाइड भूमि को अतिक्रमण रख रेखांकित करने की कार्यवाही की जावे। उन्होंने कहा कि जहंा भी कुरजां या अन्य विदेशी पक्षियों के लिए अभ्यारण के प्रस्ताव तैयार किए जावे। बैठक में संभागीय आयुक्त मुख्य वन संरक्षक एसआवी मूर्ति व डीएफओ जोधपुर महेशचन्द्र चौधरी व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।