हसरतें अधूरी छोड़ परलोक चले गए कृष्ण मोहन श्रीवास्तव और श्याम शर्मा
सेवा भारती समाचार
( ईश शर्मा /संतोष साहू )। इस साल कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की हालत खराब कर दी है। चीन से निकली इस प्राण घातक वायरस ने वर्ष 2020 की शुरुआत से दुनियाभर के न जाने कितने इंसान की जान ले ली है। कोरोना के चपेट में आने से वरिष्ठ नागरिकों की मृत्यु दर सबसे ज्यादा देखने को मिल रही है। महानगर मुम्बई इस समय कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है। मुम्बई के दो वरिष्ठ पत्रकार के एम श्रीवास्तव और श्याम शर्मा भी इस कोरोना काल में पर लोक सिधार गए। वरिष्ठ फ़िल्म पत्रकार के. एम. श्रीवास्तव का 22 सितंबर, सुबह ढाई बजे निधन हो गया। वे कोरोना से पीड़ित थे और चार दिनों से वेंटीलेटर पर थे। 72 वर्षीय कृष्ण मोहन अपने पीछे पत्नी निशा व बेटी नेहा को छोड़ गए हैं। हिंदुस्तान टाइम्स से जुड़कर 1970 में तीन साल का पत्रकारिता का डिप्लोमा लेने के बाद कानपुर के दैनिक जागरण से पत्रकारिता की शुरुआत करने वाले के. एम. मुम्बई आने के बाद पूरी तरह फ़िल्म पत्रकारिता से जुड़ गए। दोपहर का सामना, सांझ समाचार, संझा लोक स्वामी, इंडियन रीडर, फिल्मोनिया (टी सीरिज़ की पत्रिका) के संपादकीय विभाग से भी वे जुड़े रहे। एक नाम चीन फ़िल्म पत्रकार के तौर पर उनकी किताब ‘बॉम्बे टाकीज : अतीत का शिलालेख’ काफी चर्चित रही है। पिछले कुछ वर्षों से श्री केएम तीर्थ यात्रा सेवा से जुड़कर लोगों को धार्मिक स्थलों का सैर करवाते रहे। आगे भी लोगों के लिए उन्होंने भारत के सभी धार्मिक स्थल और पर्यटन स्थल की यात्रा के लिए बड़ी योजना बना लिया था। इनसे पहले 4 सितंबर 2020 को बॉलीवुड के वरिष्ठ पत्रकार व समीक्षक श्याम शर्मा का 65 वर्ष में निधन हो गया। बता दें कि दिल्ली के पास हरियाणा राज्य से मुम्बई आये श्याम शर्मा को अभिनय में विशेष रुचि थी। वे अपने शुरुआती दिनों में ( लगभग पचास वर्ष पूर्व ) सहायक निर्देशक के रूप में कार्य किये। साथ ही अभिनय में भी किस्मत आज़माए मगर उनकी पहचान पत्रकारिता के क्षेत्र में बनी। तीस वर्ष तक साप्ताहिक पत्रिका मायापुरी के लिए उन्होंने बड़े बड़े हीरो हीरोइन के इंटरव्यू को अपने धारदार लेखनी से रोचक बनाया। इसी पत्रिका में हर शुक्रवार को प्रदर्शित होने वाली फिल्मों की समीक्षा श्याम शर्मा ने पूर्ण निष्पक्षता के साथ किया। साथ ही राष्ट्रीय सहारा दैनिक में भी उनके द्वारा लिए गए दिग्गज कलाकारों व निर्देशकों का इंटरव्यू छपा करता था। बॉलीवुड में होने वाले सभी इवेंट में श्याम शर्मा की खास उपस्थिति रहती थी। श्री शर्मा पिछले कुछ वर्षों से स्वास्थ्य संबंधी रोग से पीड़ित थे फिर भी उनके उत्साह में कोई कमी नज़र नहीं आती थी। कोरोना महामारी में लॉकडाउन के समय उन्होंने कई स्वतंत्र पत्रकारों के आर्थिक सहायता के लिए भरसक प्रयत्न किया। अंततः एक जिंदा दिल इंसान जीवन की जंग में हार गया। कोरोना संक्रमित होने के कारण उन्हें सीएसटी के पास सेंट जोसफ अस्पताल में भर्ती कराया गया फिर कुछ दिन बाद गुरुवार दिनांक 4 सितंबर 2020 को उन्होंने अंतिम सांस ली और इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनकी मृत्यु पर गहरा शोक जताते हुए सभी पत्रकारों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दिया है।बता दें कि श्याम शर्मा ने पिछले दो तीन वर्षों से फ़िल्म, सीरियल और एड फिल्मों में अभिनय करना शुरू कर दिया था। उन्होंने पंडित दीन दयाल उपाध्याय के जीवन पर बनी हिंदी फिल्म ‘दीन दयाल – एक युग पुरुष’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है। यह फ़िल्म प्रदर्शन के लिए तैयार है।