प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अधिकारी साप्ताहिक जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें : अतिरिक्त जिला कलक्टर
सेवा भारती समाचार
पाली। अतिरिक्त जिला कलक्टर वीरेन्द्रसिंह चौधरी ने कहा कि सीईटीपी के आउटलेट पानी के सप्ताह में एक बार सैम्पलिंग अवश्य की जानी चाहिए।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने जिला स्तरीय प्रबोधन समिति व एनजीटी के निर्देशों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में कहा कि सीईटीपी के द्वारा आउटलेट से छोडे जाने वाले पानी की क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अधिकारी साप्ताहिक जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि पूर्व में यह जांच मासिक आधार पर की जाती थी। उन्होंने कहा कि एनजीटी के निर्देशों की पालना करते हुए निर्धारित मानको के अनुरूप प्रदूषित पानी की ट्रीट करने की कार्यवाही करे साथ ही स्लज का निस्तारण भी नियमित रूप से किया जाए। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी को ट्रीटमेंट प्लांट में पानी के सैम्पल टेस्ट की कार्यवाही करते हुए पानी का डिस्चार्ज निर्धारित पैरामीटर के संबंध में होने की जांच करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाईयों एवं प्लांटों में आउटलेट पर फ्लोमीटर लगाने के आदेश की पूर्व पालना की जाए। रिको प्रथम व द्वितीय में प्रदूषित पानी को टैंकर के माध्यम से पानी सीईटीपी में पहुंचाया जा रहा है इसके लिए एसपीवी 7 के कार्य की प्रगति की जानकारी प्रस्तुत की जाए। साथ ही रिको द्वारा अलग से मीटिंग आयोजित कर एसपीवी 7 में अतिरिक्त जमीन आवंटन के संबंध में कार्यवाही की जाए। उन्होंने अवैध पानी सप्लाई करने वाले 36 लोगों को दिए गए नोटिस की कार्यवाही रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए उपखण्ड अधिकारी को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 36 औद्योगिक इकाईयों के ओटोमाईजेशन का कार्य होना बकाया है ये फैक्ट्रियां वर्तमान में बंद है बाकी फैक्ट्रियों में कार्य हो चुका है। उन्होंने क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अधिकारी को आरओ ट्रीटमेंट प्लांट व नदी का अवलोकन कर निर्धारित नोम्स के अनुरूप पानी नदी में नहीं छोडा जाता है तो नदी में रोका (बंध) लगाने की कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आॅरेंज केटेगरी की यूनिट सीईटीपी के साथ जुड़ने की मंशा रखती हो तो पहले उन्हें रेड केटेगरी में लाया जाएगा, उसके बाद ही ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ा जा सकता है। उन्होंने टेबल प्रिंटिंग इकाईयों को भी बैठक में शामिल होकर अपना पक्ष रखने की बात कहीं।
प्रबोधन समिति की बैठक में दो औद्योगिक इकाईयों में केएलडी ट्रांसफर के लिए आवेदन किया है जिन पर विचार किया गया है। दोनों ही इकाईयों द्वारा प्रस्तुत केएलडी ट्रांसफर नोम्स के अनुसार सही पाया गया इसलिए उनको अनुमति देने का प्रस्ताव पास किया गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कृषि, जलदाय, जीडब्ल्यूडी के विभागीय अधिकारियों को पानी व मिट्टी के नमूनों की निरंतर जांच करने के साथ ही अवैध कुओं व अवैध संचालित फैक्ट्रियों के बिजली कनेक्शन काटने के भी निर्देश दिए। उन्होंने नगर परिषद के अधिकारियों को सीवरेज व पानी के कनेक्शन करने के साथ ही एसटीपी प्लांटों के अपग्रेडेशन कार्य को त्वरित गति से करने के निर्देश दिए। सीईटीपी के अरूण जैन ने बताया कि स्लज का निस्तारण किया जा रहा है एवं एसटीपी से उपचारित 5 एमएलडी पानी को औद्योगिक उत्पादन में काम में लिया जा रहा हे। उन्होंने बताया कि जेडएलडी का कार्य समयबद्ध तरीके से किया जा रहा है वर्तमान में कार्यालय के लिए नीवें खुदवाई जा चुकी है।
बैठक में उपखण्ड अधिकारी उत्सव कौशल, आयुक्त नगर परिषद आशुतोष आचार्य, क्षेत्रीय प्रदूषण मंडल अधिकारी आर.के. बोडा, सीईटीपी के अरूण जैन, उद्योग विभाग के महाप्रबंधक रज्जाक अली, परिवहन विभाग के निरीक्षक दिनेश बोहरा, तहसीलदार सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।