दिवंगत कमांडो को पुलिस लाइन में राजकीय सम्मान से सैल्यूट: पुष्पांजलि अर्पित, अंतिम विदाई दी
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। जिले क ी ग्रामीण पुलिस के कमांडो अशोक विश्रोई के मंगलवार को हादसे में निधन के बाद आज उनको पुलिस लाइन में अंतिम विदाई दी गई। राजकीय सम्मान के साथ शव को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए रखा गया। पुलिस के आलाधिकारियों ने इस अवसर पर विश्रोई को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ पुष्पांजलि के साथ उनके शव पर पुष्प गुच्छे के साथ सैल्यूट किया। शव को तिरंगे के साथ लाया गया। यहां पर अफसरों ने अंतिम विदाई के साथ शव को बाद में उनके पैतृक गांव केलनसर भोजासर रवाना किया गया।
सनद रहे कि ग्रामीण पुलिस के कमांडो अशोक विश्रोई मंगलवार की अलसुबह तस्करों का पीछा करते हुए बिलाड़ा बर की तरफ निकले थे। इनके साथ बिलाड़ा, बोरूंदा की पुलिस भी साथ थी। तस्करों के साथ फायरिंग भी हुई। इसके बाद वापसी में उनकी गाड़ी रास्ते में पंचर हो गई। तब बर रोड पर बोरूंदा थानाधिकारी अपनी पिस्टल को चेक कर रहे थे। तब अचानक से ट्रिगर दब गया और गोली निकल गई। हादसे में कमांडो अशोक विश्रोई गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया था। मगर जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी।
सब इंस्पेक्टर को किया लाइन जाहिर : पुलिस लाइन में श्रद्धाजंलि के बाद एसपी राहुल बाहरट घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि जांच शुरू कर दी गई है। ऐसे में जिनकी गोली से कमांडो की मौत हुई. उस सब इंस्पेक्टर ओमप्रकाश को लाइन हाजिर कर दिया गया है। जांच होने तक वे लाइन में ही काम करेंगे। हालांकि मामले में पाली जिले में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले के अनुसार मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम को लेकर सोमवार रात दो थानों की पुलिस व ग्रामीण पुलिस की स्पेशल टीम तस्करों के पीछे उन्हें पकडऩे में जुटी थी। इस दौरान उन्हें सफलता भी मिली। 450 किलो डोडा पोस्त जब्त किया गया, लेकिन इसके बाद सब इंस्पेक्टर की चूक की वजह से कमांडो अशोक विश्नोई की जान चली गई।