पाली में लाखोटिया महादेव के नाम भजन संध्या आस्था, भक्ति और सुरों का अनूठा संगम, झूमे श्रोता
दिनभर मेले की रौनक और तड़के तक भजन संध्या में डूबे श्रद्धालु
रिपोर्टर शरद भाटी
पाली। श्रावण मास के अंतिम सोमवार को पाली शहर में स्थित लखोटिया महादेव मंदिर परिसर भक्ति, संगीत और श्रद्धा से सराबोर हो उठा। लखोटिया महादेव मेला मंडल सेवा समिति के तत्वावधान में “एक शाम लखोटिया महादेव के नाम” राष्ट्रीय स्तर की भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से आए भजन गायकों ने भगवान शिव की स्तुति में एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रिंस सैनी व अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस अवसर पर गौरव ने गणेश वंदना से संध्या की शुरुआत की, इसके बाद दुर्गेश मारवाड़ी ने गुरु वंदना, रमेश माली ने शिव वंदना और नीमा कंवर ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी। सुरों और श्रद्धा के इस संगम में उपस्थित श्रोता भावविभोर होकर झूमते नजर आए।
लाखोटिया महादेव मंदिर में इस वर्ष भक्ति और आस्था की अनोखी छटा देखने को मिली। उज्जैन के महाकाल मंदिर की तर्ज पर भगवान शिव का सवा तीन किलो भांग से भव्य शृंगार किया गया, जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। मंदिर परिसर में दिनभर मेले की रौनक बनी रही, वहीं रात को आयोजित भजन संध्या में हजारों भक्तों ने भाग लिया।
भजन संध्या में युवा कलाकारों की प्रस्तुति ने मोहा मन
सांझ ढलते ही शुरू हुई भजन संध्या का शुभारंभ सोनाणा खेतलाजी मंदिर के पुजारी चंदन सिंह राजपुरोहित ने भैरूजी के भजन से किया। इसके पश्चात ऑडिशन के माध्यम से चयनित गायकों को मंच प्रदान किया गया। रात 11:48 बजे तक आठ प्रतिभागियों ने सशक्त प्रस्तुतियाँ दीं।
भजन संध्या में रमेश सारण, रितेश आदीवाल, हनुमान वैष्णव, भंवर बंजारा, अक्षिता नाथ, प्रगति और तिलकेश सुथार जैसे प्रतिभावान कलाकारों ने जब मंच संभाला, तो पंडाल में बैठे श्रद्धालु भाव-विभोर होकर झूम उठे। श्री राजपुरोहित द्वारा गाए बालाजी भजन पर भंवर वैष्णव ने बालाजी की झांकी प्रस्तुत कर वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
इस आयोजन में 30 कलाकारों द्वारा भगवान शिव का संगीतमय अभिषेक किया गया, जिसने कार्यक्रम की भव्यता को और भी बढ़ाया।
रातभर जुटे रहे श्रद्धालु, 50 हजार से अधिक ने देखा लाइव
भीड़ इस बार धीरे-धीरे जुटी, लेकिन रात दस बजे के बाद पंडाल पूरी तरह भर गया। आमतौर पर जैसे-जैसे रात बीतती है, भीड़ कम हो जाती है, लेकिन इस बार उल्टा दृश्य देखने को मिला। भक्त पूरी रात आयोजन में जुटे रहे। 10 से 11 हजार लोग现场 कार्यक्रम में उपस्थित रहे, जबकि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर 50 हजार से ज्यादा दर्शकों ने भजन संध्या का लाइव आनंद लिया।
निर्णायक मंडल और चयन प्रक्रिया
प्रतियोगिता का निर्णायक मंडल रामदेव गौड़ (जोधपुर), जगदीश हर्ष (जोधपुर), कुशल बाहरठ और मनोहर सिंह राजपुरोहित ने संभाला। प्रदेश स्तरीय पहचान देने वाले इस मंच के लिए 30 प्रतिभागियों का चयन ऑडिशन के माध्यम से किया गया था।
सुरक्षा व्यवस्था रही सख्त
आयोजन स्थल पर 500 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहे। 20 से ज्यादा स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। हर श्रद्धालु को सुरक्षा जांच के बाद ही प्रवेश दिया गया।
विशेष अतिथियों का हुआ भव्य स्वागत
कार्यक्रम में हार्वेस्ट कंपनी के फाउंडर और सीईओ प्रिंस सैनी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। माली समाज भवन में उनका भव्य स्वागत किया गया। समिति के अध्यक्ष नेमीचंद ने युवाओं को आगे लाने की बात कही, जिस पर सभी ने एक स्वर में उन्हें ही नेतृत्व में सक्रिय रहने का आग्रह किया।विशिष्ट अतिथियों में महामंडलेश्वर कुशाल गिरी, विधायक भीमराज भाटी, राकेश भाटी सहित कई भामाशाह मौजूद रहे। समिति द्वारा अतिथियों को 51 किलो की माला पहनाकर सम्मानित किया गया।