आपातकाल’ लोकतंत्र का काला अध्याय : शेखावत
झुंझुनूं में ‘काला दिवस’ कार्यक्रम में बोले केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री
कहा, एक प्रधानमंत्री ने अपनी सत्ता बचाने के लिए संविधान का गला घोंट दिया
झुंझुनूं। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने ‘आपातकाल’ के 50 वर्ष पूरे होने पर उस कालखंड को लोकतंत्र का सबसे काला अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि एक प्रधानमंत्री ने अपनी सत्ता बचाने के लिए संविधान का गला घोंट दिया।
भारतीय जनता पार्टी के झुंझुनूं जिला कार्यालय में रविवार को आयोजित ‘काला दिवस’ कार्यक्रम में शामिल हुए शेखावत ने कहा कि रातों-रात लोकतंत्र, न्यायपालिका, प्रेस और जनता की आजादी छीन ली गई। उन्होंने याद दिलाया कि आपातकाल के दौरान कैसे हजारों नेताओं को जेल में डाला गया, न्यायपालिका को झुकाया गया और प्रेस की स्वतंत्रता छीनी गई। शेखावत ने इस दौरान हुई जबरन नसबंदी का भी जिक्र किया, जिसे उन्होंने ‘दमन की नीति’ और लोकतंत्र पर अत्याचार बताया।
कांग्रेस में आ गया था अहंकार
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि 1971 की जंग जीतने के बाद कांग्रेस में अहंकार आ गया था और 1975 में गुजरात विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार और इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा इंदिरा गांधी के चुनाव को अवैध ठहराना, दोनों घटनाएं कांग्रेस के पतन की शुरुआत थीं, जिसके बाद इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर सत्ता की लालसा में किसी भी सीमा को लांघने का प्रमाण दिया।
लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध
शेखावत ने कहा कि आज हम केंद्र में सरकार में हैं, लेकिन इसके बावजूद हम आपातकाल को याद कर रहे हैं, ताकि यह जनता को विश्वास दिलाया जा सके कि भारतीय जनता पार्टी लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से पूरे देश में आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि आने वाली पीढ़ियों को बताया जा सके कि कैसे लोकतंत्र को कुचला गया और संविधान की हत्या की गई। उन्होंने कहा कि हम न तो उस दौर को दोहराएंगे, न ही किसी को दोहराने देंगे।
अप्रासंगिक हो चुके अशोक गहलोत
केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने अशोक गहलोत को ‘अप्रासंगिक’ बताते हुए कहा कि तीन बार मुख्यमंत्री रहने के बावजूद इस बार पार्टी ने उन्हें पूरी तरह किनारे कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि गहलोत अब खुद को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए निराधार और भ्रामक बयान दे रहे हैं। शेखावत ने कहा कि गहलोत आज भी उस मानसिकता में जी रहे हैं, जब विधायकों को होटल में बंद कर सरकारें बचाई जाती थीं।
हमारी विचारधारा राष्ट्रहित से जुड़ी
केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर गहलोत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमें गर्व है कि हम स्वयंसेवक हैं। हमारी विचारधारा राष्ट्रहित से जुड़ी है। उन्होंने गहलोत के बयानों को ‘तर्कहीन’ बताया और कहा कि जनता अब उन्हें गंभीरता से नहीं लेती।
कार्यक्रम में ये रहे शामिल
कार्यक्रम में नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल, खेतड़ी विधायक धर्मपाल गुर्जर, झुंझुनूं विधायक राजेंद्र भाम्बू, भाजपा जिला अध्यक्ष हर्षणी कुलहरी सहित कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।