जलापूर्ति व्यवस्था को उत्कृष्ट बनाने के लिए हुई कार्यशाला
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा
हितधारक परामर्श कार्यक्रम में आमजन ने रखे विचार
जोधपुर। राज्य सरकार द्वारा विजन दस्तावेज 2030 तैयार करने के क्रम में जोधपुर जन स्वास्थ्य अभि यांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियन्ता कार्यालय सभागार में सोमवार को हितधारक परामर्श कार्यक्रम की बैठक का आयोजन किया गया ।
उद्घाटन सत्र में अधीक्षण अभियन्ता नगर वृत जोधपुर जगदीश चन्द्र व्यास ने विजन 2030 दस्तावेज की विस्तृत जानकारी दी।
इस क्रम में मुख्य अभियन्ता श्री नीरज माथुर ने विजन 2030 के मुख्य बिन्दुओं पर प्रकाश डाला व हितधारकों से सुझाव मांगे।
अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता नक्षत्र सिंह चारण व दिनेश कुमार नागोरी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए पेयजल योजना और सेवाओं में सुधार व बदलाव लाने के लिए सुझाव दिये तथा दस्तावेज बनाने के लिए आमजनों से विचार मांगे।
इस दौरान अधिकारियों, स्वयंसेवी संगठनों (ISA), डी.पी.एम.यू. विषय विशेषज्ञ एवं जिले से आये जनप्रतिनिधियों ने पेयजल योजनाओं व सेवाओं में सुधार और बदलाव लाने में दस्तावेज के लिए अपने विचार रखे।
अधीक्षण अभियन्ता श्री राजेन्द्र मेहता ने जिले की वर्तमान पेयजल व्यवस्था, चुनौतियों, लक्ष्यो, भविष्यों की जरूरतों की जानकारी देते हुये कहा कि इन विचारों को संकलित कर अग्रिम स्तर पर भिजवाया जायेगा।
उन्होने बताया कि सभी हितधारको के सुझावों को संकलित कर विजन 2030 का दस्तावेज तैयार किया जायेगा। बैठक में सभी हितधारकों से सुझाव प्रपत्र भरवाकर संकलित किये गये।
कार्यक्रम में अधीक्षण अभियन्ता अजय किशन छंगाणी, अधिशाषी अभियन्ता रविन्द्र कुमार, मनिन्द्रसिंह चौधरी, सुरेन्द्र सिंह राठौड़, जैतसिंह राजपूत, राजेश अग्रवाल, संजय शर्मा, महेन्द्र किराड़, प्रकाश बाफना, गोपाल सिंह, अधीक्षण रसायनज्ञ डॉ. रामचन्द्र, सरपंच राजुराम जगदीश चौधरी, पप्पुसिंह, किशनसिंह, पंचायत समिति सदस्य देचू शकूर खान मेहर आदि ने भाग लेकर अपने विचार रखें।