ख्वाजा अब्दुल लतीफ़ साहिब में झण्डे की रस्म के बाद उर्स अपने परवान पर
जोधपुर । आफ़ताब ए जोधपुर मख्दूम ख़्वाजा अब्दुल लतीफ शाह साहेब नजमी सुलैमानी चिश्ती अल फ़ारूक़ी रहमतुल्लाह अलैह के 7 दिवसीय चलने वाले उर्स के दूसरे चरण में बुलन्द दरवाजे पर लतीफी परचम (झण्डा) की रस्म पीर मोहम्मद नजमुल हसन लतीफी व पीर मोहम्मद अबुल हसन मीनाई, पीर मोहम्मद कमरुल हसन मीनाई, पीरज़ादा फैजुल हसन लतीफी के हाथो अदा की गई ।
दरगाह प्रवक्ता अमजद खान ने बताया कि इस मौके पर तन्हापीर दरग़ाह के सदर छोटू उस्ताद, कांग्रेस उत्तर अध्यक्ष सलीम खान, पीर बैतुल्लाह हसन मीनाई, कारी मुकर्रम अजमेरी, सईम मीनाई, मंजूर जिलानी, अय्यूब खान pwd, फिरोज खान फेम्, आबिद रहमानी, रियाज मुल्लाजी, अब्दुल रज्ज़ाक मीनाई, पीर वाहिद मीनाई,अय्यूब मीनाई, शहजाद बैग, हसीब चिश्ती, सोनू खान, जियाउद्दीन खान,आदिल चिश्ती, नोशद चिश्ती, आमीन अब्बासी और दिगर हज़रात मौजूद रहे।
व रात में महफ़िल खाने में औलमा ए किराम की तकरीर हुई जिसमें सय्यद नूर मिया अशरफी ने बयान फ़रमाया व लखनऊ से तशरीफ लाए मेहमान बैतुल्लाह अहसन मीनाई व शरीफ पालवी ने अपनी नातो से मजमा बांदा इनके साथ कारी मुकर्रम अजमेरी ने अपने बेहतरीन अंदाज में बयान फ़रमाया निज़ामत अबुल कलाम नूरी व मास्टर हसनैन अशरफी ने की।