सरकारी स्कूल की बदली तस्वीर प्रधानाचार्य की मेहनत लाई रंग
जैसलमेर। वी.ओ. जिला मुख्यालय से 55किमी.दूरस्थ राउमावि अडबाला जहां शहर से दूर होने व भौतिक सुविधाओं के अभाव के चलते यहां शिक्षकों का अभाव ही रहा है।लेकिन अब स्थितिया बदल चुकी है जब से इस विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद पर प्रदीप शर्मा ने कार्यभार ग्रहण किया है विद्यालय का कायाकल्प ही बदल गया है।शर्मा की अगुहाई के चलते यहां पदस्थापित सभी शिक्षक जहाँ अपनी उपस्थिति देते है वही शिक्षा के साथ ही वे आर्थिक सहयोग में भी अपनी भूमिका निभा रहे है।शिक्षकों के साथ ही, समाजसेवी, भामाशाह,सरपंच प्रतिनिधि के सहयोग के चलते अब ये विद्यालय किसी निजी विद्यालय सा प्रतीत होता है।विगत तीन माह में वहां पदस्थापित सभी शिक्षक, समाजसेवक, सरपंच प्रतिनिधि मोकमसिंह, सविता पी एल शर्मा,भवरसिंह हापा, केवलराम बलोच, ग्रामसेवक गणपत लाल बोरावट, सालमसिंह,कमलसिंह,देवीसिंह के साथ ही ग्राम जनों के सहयोग ने विद्यालय को चारचाँद लगा दिए है।जहाँ पहले बच्चों के पानी पीने हेतु कोई व्यवस्था नहीं थी आज भामाशाहो के सहयोग से मीठे पानी की प्याऊ बन चुकी है जिसमें आरो के साथ वाटर कूलर लगा है,रिनग वाटर युक्त शौचालय है जहाँ पहले टूटे फूटे फर्श थे वही अब टाइलें लग चुकी है लोहे के टेबल स्टूल के साथ ही दीवारों पर पोताई जो शिक्षा का संदेश देती नजर आती है वही ग्रामीणों द्वारा भी अपने विद्यालय को मॉडल रूप देने के लिए सोशल मीडिया पर आज हर एक ग्रामवासी विद्यालय की फ़ोटो शेयर कर रहा है। ग्रामीण भी अब एक ही सन्देश देना चाहते है कि अब उनके विद्यालय की तस्वीर बदल चुकी है इस विद्यालय को लेकर शिक्षक भी अपना नजरिया बदले और काउंसिल के दौरान आने वाले शिक्षक यहां आकर बच्चों का भविष्य निहार सके। बतादे की प्रदीप शर्मा सरकारी शिक्षक से पूर्व बीएड कॉलेजो में भी शिक्षक के साथ ही मैंनेजमेंट सम्बंधित सेवाएं दे चुके है।