नायरा एनर्जी पर एयर स्ट्राइक की मॉक ड्रिल
सोजत रिपोर्टर आमीर रजा खान सोलंकी
प्रशासनिक अमला मौके पर पहुँचा
पाली। वर्तमान वैश्विक एवं क्षेत्रीय परिस्थितियों के मद्देनजर राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार शनिवार को जोधपुर रोड स्थित नायरा एनर्जी प्लांट पर एयर स्ट्राइक की स्थिति को लेकर एक मॉक ड्रिल “ऑपरेशन शील्ड” का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल के माध्यम से हवाई हमले की आशंका की स्थिति में राहत एवं बचाव कार्यों की तैयारियों का परीक्षण किया गया।
एयर स्ट्राइक की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन, सिविल डिफेंस, चिकित्सा विभाग एवं अन्य संबंधित टीमें तुरंत हरकत में आईं और घटनास्थल पर रवाना हो गईं। मौके पर पुलिस बल ने सुरक्षा घेरा बनाते हुए बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को त्वरित रूप से स्ट्रेचर के माध्यम से एम्बुलेंस में लादकर निकटवर्ती चिकित्सा केंद्रों में पहुंचाया गया।
इस मॉक ड्रिल में कुल 20 “घायलों” का रेस्क्यू किया गया, जिनमें से 5 की हालत गंभीर पाई गई और उन्हें बांगड़ अस्पताल भेजा गया। अन्य घायलों को रोहट स्थित आपातकालीन चिकित्सालय व आश्रय स्थलों में स्थानांतरित किया गया।
ड्रिल के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। मौके पर जिला कलक्टर एल.एन. मंत्री, पुलिस अधीक्षक चुनाराम जाट, प्रशिक्षु आईएएस बिरजू लाल, प्रशिक्षु आईपीएस उषा यादव, एडीएम डॉ. बजरंग सिंह व अश्विनी सिंह, जिला परिषद सीईओ मुकेश चौधरी, एसडीएम विमलेन्द्र सिंह और पूरण कुमार, नगर निगम आयुक्त नवीन भारद्वाज, सीएमएचओ डॉ. विकास मारवाल सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
जिला कलक्टर एलएन मंत्री ने बताया कि यह मॉक ड्रिल आपात स्थिति में समन्वित प्रतिक्रिया और विभागीय तत्परता की जांच के लिए आयोजित की गई थी। उन्होंने बांगड़ चिकित्सालय जाकर घायल “पीड़ितों” से मुलाकात की और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपदा प्रबंधन के सभी पहलुओं – सुरक्षा, चिकित्सा, बचाव और संचार – में तालमेल सुनिश्चित करना है, ताकि वास्तविक आपात स्थिति में किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान को न्यूनतम किया जा सके।