मिरासी समाज सरकार की उपेक्षा का शिकार : नवाब निजामुद्दीन खान
बैठक में सरकार से मिरासी समाज का बोर्ड गठन की मांग की गई
समाज के बच्चों को शिक्षित होगा तभी आगे बढ़ेगा
जोधपुर। नेशनल मिरासी समाज कि मीटिंग का आयोजन रविवार को डागा भवन नेहरू पार्क सरदारपुरा जोधपुर में सुबह 11 से 3 बजे तक किया गया। जिसमें सैकेड़ों लोगों ने हिस्सा लिया एवं सरकार नीतियों का विरोध किया गया।
मिरासी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवाब निजामुदीन खान ने जानकारी देते हुए बताया की सर्व मुस्लिम मिरासी समुदाय कौम जिसमें मिरासी, ढाढ़ी, मीर, नगारची, लंगा, मागंणियार, कव्वाल, दमामी, राणा, कंचन 10 अलग-अलग जातिया समाज आते है। मीरासी समाज द्वारा
मीटिंग का आयोजन करने का उद्देश्य इस बार सभी 10 समाज और समुदाय के लोगों का संगठन मजबूत करना। इस मीटिंग का अहम मक़सद 2022 -23 बजट घोषणा 20 करोड मिरासी -भिश्ती समाज के उत्थान हेतु देने उनके लिए जोधपुर, जयपुर,बीकानेर, अलवर में छात्रावास बनाकर देने ।
मिरासी समुदाय के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति देना, इनके लिए कला केंद्र खोलना और जो भी कलाकार सम्मानित हो उन्हें पांच पांच लाख रुपए का इनाम देना इन सब की घोषणा तो हुई मगर अभी 2023 अगस्त तक क्रियान्वयन नहीं किया गया और अगले महीने आचार संहिता भी लग जाएगी तो समाज वालो को लगता हुआ है कि उनके साथ एक धोखा हुआ है अब इनसे आगे क्या कार्रवाई करे इस पर चर्चा हुई।
सरकार द्वारा अभी ओबीसी वर्ग के अंदर 6% कोटा बढ़ाने की जो घोषणा हुई है उसमें हम चाहते हैं राजस्थान सरकार से हम मिरासी समाज को इस 6% कोटा का फायदा मिले क्योंकि आज 75 साल बाद भी संपूर्ण समुदाय मिरासी समाज से ज्यादा और कोई भी जाती इतने निम्न स्तर पर नहीं है हमारे पास में ना तो खुद की जमीन है जिसमें हम खेती कर सकें नाहीं हमारी कोई फैक्ट्रियां हैं ना ही कोई कारखाने हैं ना ही घर की दुकान और ना ही घर के मकान है राजनीतिक के अंदर भी हमारी स्थिति बिल्कुल गौण हैं आर्थिक स्थिति, शिक्षा के अंदर स्थिति बिल्कुल शून्य है हमारे समाज में से सिर्फ 1 % लोग सरकारी नौकरी पर हैं बाकी हमारे पास में नौकरीया भी नहीं है।
क्योंकि हमारे पास में संसाधन नहीं है और आज भी शादी में ब्याह में बच्चों के जन्म पर हम अपनी कला का प्रदर्शन गाना बजाना करके लोगों को खुश करके इनाम इकराम से अपना अपना गुजर-बसर करते हैं यह संपूर्ण राजस्थान और पूरा हिंदुस्तान जानता है हम जानते हैं हमारे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी पूरे हिंदुस्तान के अंदर सबसे बेहतर मुख्यमंत्री हैं और सभी समाज और वर्ग को ऊपर उठाने की कोशिश कर रहे हैं हम भी उनसे उम्मीद करते हैं कि वह हमें भी और हमारे समाज का भी उत्थान करें ।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी इस वक्त सभी वर्ग और समाज को सौगाते दे रहे हैं और कई समाज को बोर्ड बनाकर उस वर्ग और उस समुदाय उस समाज को उन्नति की तरफ लेकर चलने की कोशिश कर रहे हैं तो हम भी चाहते हैं कि हम जो 2013 की आपके मुख्यमंत्री आवास पर मेरे पिता स्वर्गीय निजामुद्दीन खान और सैकड़ों समाज के लोगों के सामने जो अगले कार्यकाल में बोर्ड बनाने की घोषणा की थी बोर्ड बनाकर हमारे समाज को उन्नति दिलवाए। सरकार की योजनाओं को जनसंपर्क कर ज्यादा से ज्यादा अपने समाज और समुदाय को कैसे फायदा पहुंचाए उसके लिए समाज को जागरूक करना – किस तरह अपने बच्चों को शिक्षित करे। अपने अपने गांव जिले शहर में अपनी खुद की जनगणना और आर्थिक स्थिति का विचरण करे। ताकि वास्तविक आकंडा सरकार तक खुद पहुंचाए-जिन जिन जिले में होस्टल, सामुदायिक भवन, कला भवन, स्कूल, हमारे समाज के नहीं है उनको कैसे सरकार से या अपने जाती रुपये से बनाए।
अगस्त व सितम्बर से हर महीने तक जब तक आचार संहिता नहीं लगती 50 जिले में इसी तरह की मीटिंग का आयोजन किया जाएगा और मुख्य मंत्री अशोक गहलोत जी पिछले 5 साल से हमें मिलने का समय नहीं दे रहे हैं तो मैं चाहता हूं माननिय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत साहब हम समाज के लोगों को मिलने का वक्त दें और हमारी समस्या सुने और और अपने वादे को पूरा करें। समाज में राजस्थान से बाहर से आए हुए लोग और राजस्थान जोधपुर में बसे हुए समाज के जनप्रतिनिधि शामिल हुए। जिसमे अमजद खान मोमिया, इकबाल जी भानु ,मुनीर खान खूडी , सदीक सहारा, दिलीप गवैया , मनफूल चमगा, इकबाल खान, अता मोहम्मद लंगा, जीवन खान, दिलावर बाबर ,इरफान तुफैल, पर्वत खान, भवरुजी, सलीम जी, बशीर जी माल , मुनीर खान बागड़वा, बद्री जी, अशोक छाता, हुकमो चमगा, दिलावर नगारची, याकुब जी मुंदडा, अलताफ सूजानगढ, निसार जी, समीर पावा, गणपत जी, बशीर बागडवा सहित समाज के सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।