केस में ड्राफ्टिंग शरीर की तरह: न्यायाधिपति मेहता
अधिवक्ताओं के लिए ड्राफ्टिंग एवं प्लीडिंग पर व्याख्यान का आयोजन
जोधपुर। राजस्थान हाईकोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन की ओर से अधिवक्ताओं के लिए सोमवार को राजस्थान उच्च न्यायालय के ऑडिटोरियम में ड्राफ्टिंग एवं प्लीडिंग पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
एसोसिएशन के महासचिव सुनील जोशी ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति दिनेश मेहता थे। उनका स्वागत एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि भंसाली द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया। एसोसिएशन की एकेडेमिक गतिविधियों के अन्तर्गत आयोजित ड्राफ्टिंग एवं प्लीडिंग विषय पर अपने व्याख्यान में न्यायाधिपति दिनेश मेहता ने कहा कि ड्राफ्टिंग शरीर की तरह होती है जिस तरह शरीर के लिए सभी अंग महत्वपूर्ण होते एवं किसी भी अंग की अनदेखी शरीर के लिए ठीक नहीं होती उसी तरह ड्राफ्टिंग के सभी अंग तथ्य, आधार, प्रार्थना, प्रार्थना पत्र इत्यादि एक केस के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। साथ ही न्यायाधिपति मेहता ने ड्राफ्टिंग एवं प्लीडिंग के अन्य मूलभूत एवं बुनियादी भागों को भी विस्तार से समझाया।
कार्यक्रम में न्यायाधिपति मेहता ने ड्राफ्टिंग एवं प्लीडिंग के सबंध में अधिवक्ताओं द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब भी दिए। कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिवक्ता सचिन आचार्य, एसोसिएशन के उपाध्यक्ष निखिल डुंगावत, महासचिव सुनील जोशी, सहसचिव मानवेन्द्र केएस भाटी, कोषाध्यक्ष नवनीत सिंह बिर्ख़, कार्यकारिणी सदस्य यशपाल खिलेरी, रजाक खान हैदर, बलतेज सिंह, मिलाप चौपड़ा, अतिरिक्त महाधिवक्ता सुनील बेनीवाल, मनीष व्यास, एसोसिएशन के पूर्व कोषाध्यक्ष देवकीनंदन व्यास सहित भारी संख्या में अधिवक्तागण एवं विधि छात्र उपस्थित रहे। मंच संचालन नवनीत सिंह बिर्ख एवं धन्यवाद ज्ञापन महासचिव सुनील जोशी ने किया।