गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस – विक्रेता संवाद जयपुर में हुआ आयोजित

राजस्थान से करीब 3 लाख विक्रेता जैम पर

जयपुर। जयपुर में गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM) का विक्रेता संवाद आयोजित हुआ। पत्र सूचना कार्यालय जयपुर और जैम द्वारा आयोजित इस संवाद में गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस पर व्यवसाय करने वाले विक्रेताओं ने भाग लिया और अपने अनुभव भी साझा किए।
विक्रेताओं ने अपने अनुभवों के बारे में बताते हुए कहा कि जैम के कारण उनके व्यवसाय को बहुत तेजी मिली है। छोटे से छोटा व्यवसायी भी जैम की वजह से अपने उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर तक ले जा रहा है और अपने व्यापार को आगे बढ़ा रहा है। यह केवल जैम की वजह से ही संभव हो पाया है। स्टार्ट-अप से जुड़े विक्रेताओं ने कहा कि जैम की वजह से उन्हें अपने कार्य और उत्पाद की मार्केटिंग कर पाये और नए प्रोजेक्ट्स ले पाये। इस पर कागज रहित प्रणाली से बिना किसी बाधा के कामकाज होता है। जैम व्यवसाय को सरल बनाने का एक बेहतरीन उदाहरण है। जैम की वजह से स्थानीय स्तर का व्यवसायी भी राष्ट्र में कहीं भी अपने उत्पाद और सेवाओं को विक्रय करने में सक्षम है। सभी विक्रेताओं ने जैम की वजह से आई पारदर्शिता की सराहना की। रोबोटिक्स, उच्च शिक्षा से लेकर ऊर्जा के क्षेत्र में व्यवसाय करने वाले विक्रेताओं ने इस संवाद में भाग लिया।
इस अवसर पर पत्र सूचना कार्यालय की निदेशक श्रीमति ऋतु शुक्ला ने बताया कि गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस देश का नेशनल पब्लिक प्रोक्योरमेंट पोर्टल है, जो कि वस्तुओं और सेवाओं की खरीद के लिए एंड-टू-एंड ऑनलाइन मार्केटप्लेस है। इसे 9 अगस्त 2016 को माननीय प्रधान मंत्री के विजन के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था। यह सार्वजनिक खरीद को फिर से परिभाषित करने के लिए जाना जाता है और कॉन्टैक्टलेस, पेपरलेस और कैशलेस है और तीन स्तंभों पर खड़ा है- दक्षता, पारदर्शिता और समावेशिता। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 21-22 में इस ई-मार्केट ने खरीद मूल्य के 1 लाख करोड़ रुपये के मील के पत्थर को पार कर लिया है। गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस के खरीदार-आधार में सभी केंद्र और राज्य सरकार के विभाग, सहकारी समितियां, केंद्रीय और राज्य स्वायत्त निकाय, केंद्रीय और राज्य सार्वजनिक उपक्रम और स्थानीय निकाय शामिल हैं। बड़ी कंपनियों और समूहों से शुरू होकर, विक्रेता आधार में देश भर से महिला उद्यमी, स्वयं सहायता समूह और एमएसएमई विक्रेता शामिल हैं। इसके अलावा, एमएसएमई, केवीआईसी उद्योगों, एसएचजी और कारीगरों, बुनकरों आदि के लिए बोर्डिंग अनुभव को सुनिश्चित करने के लिए जीईएम पोर्टल पर विशेष प्रावधान भी बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान से करीब 3 लाख विक्रेता जैम पर हैं। राजस्थान से 48 हजार से अधिक एमएसई हैं जो पंजीकृत हैं, जो भारत के किसी भी राज्य से पांचवीं सबसे बड़ी है। इन 48 हजार एमएसई में से 7 हजार से अधिक महिला एमएसई से संबंधित हैं और लगभग 2.3 हजार एमएसई एससी/एसटी वर्ग से संबंधित हैं। जैम की स्थापना के बाद से, राजस्थान में एमएसई फर्मों को जैम पर कुल 3,677 करोड़ का ऑर्डर मूल्य प्राप्त हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि इनमें से 88% से अधिक ऑर्डर राजस्थान राज्य के बाहर के खरीददारों द्वारा दिए गए हैं।
स्टार्ट-अप संगठनों के लिए जेम स्टार्ट पर अपने उत्पाद का प्रदर्शन करने के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैI अपनी स्थापना के बाद से, जैम लगातार नए उत्पाद और सेवा श्रेणियों के साथ लगातार बढ़ रहा है। वर्तमान में, जैम पर लगभग 300 सेवा श्रेणियां और 10000+ से अधिक उत्पाद श्रेणियां उपलब्ध हैं।
इस अवसर पर जैम की तरफ से श्री आयूष अग्रवाल और श्री शशांक शर्मा भी मौजूद रहे। उन्होंने जैम की विशेषताओं के बारे में विक्रेताओं को बताया और उनसे भी जैम में सुधार के लिए सुझाव लिए।

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