जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय को मिली अनुदान राशि
राजस्थान उच्च तकनीकी गुणवत्ता सुधार योजना के तहत
जोधपुर। जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर को राजस्थान सरकार ने सत्र 2023-2024 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को शुरू करने तथा उसका क्रियान्वयन सुचारू रूप से करने हेतु राजस्थान सरकार के उच्च शिक्षा मंत्रालय द्वारा राजस्थान उच्च तकनीकी गुणवत्ता सुधार योजना के तहत 2 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गई है। विश्वविद्यालय में राजस्थान उच्च तकनीकी गुणवत्ता सुधार योजना का कार्य देख रहे नोडल अधिकारी प्रोफेसर प्रवीण गहलोत ने बताया की माननीय कुलपति प्रो. के.एल. श्रीवास्तव के प्रयासों से विश्वविद्यालय को उच्च शिक्षा में लगातार हो रहे तकनीकी नवाचार को अकादमिक पाठ्यक्रम में समायोजित करने, विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों को अद्यतन करने, आन्तरिक गुणवत्ता प्रत्यातन को सुचारू करने, शोध कार्यों को बढ़ावा देने, परीक्षा प्रणाली में सुधार करने, विद्यार्थियों हेतु सुविधाओं का विस्तार करने, कौशल शिक्षा के नवाचारों को पाठ्यक्रम में जोड़ने, विद्यार्थियों के चहुमुखी विकास हेतु विभिन्न खेलों के प्रशिक्षण शिविर लगाने, प्रतिस्पर्धा हेतु प्रतियोगिता का आयोजन करने, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, युवा संगम, युवा विकास, युवा महोत्सव, राष्ट्रीय एकीकरण शिविर का आयोजन करने, उच्च स्तरीय संस्थान के साथ एम.ओ.यू. कर साझा पाठ्यक्रम व शोध को बढ़ावा देने व अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर उनका माननीकरण करने, नई शिक्षा नीति में चोईस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागु करने, विद्यार्थियों की सुविधा हेतु अकादमिक बैंक क्रेडिट व्यवस्था अपनाने, टेªनिंग एवं प्लेसमेंट शिविर लगवाने, विश्वविद्यालय में एल्यूमीनी की गतिविधियों का संचालन करने, प्रशासनिक कार्य में डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने, शिक्षको हेतु विकास शिविर का आयोजन करने व शिक्षक शोध परियोजना हेतु बीज राशि का आंवटन करने इत्यादि कार्यों हेतु दो करोड़ का अनुदान प्राप्त हुआ है। नोडल अधिकारी प्रो. प्रवीण गहलोत ने बताया की उपर्युक्त दो करोड़ रूपये के उपयोग हेतु योजनार्न्तगत कार्य शुरू कर दिया गया है। शिक्षा में गुणवत्ता व नवाचार हेतु विश्वविद्यालय कटिबद्ध है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप नये पाठ्यक्रम को एकेडमिक काउंसिल की मंजूरी मिल गई है। तकनीकी व कौशल शिक्षा के समावेश में आगामी 2-3 वर्षों में अच्छे परिणाम मिलने की प्रबल सम्भावना है। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास से उन्हें अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों में प्लेसमेंट के अवसर प्राप्त होंगे।
उच्च तकनीकी गुणवत्ता सुधार योजना के तहत विश्वविद्यालय ने विभिन्न कार्य हेतु स्वीकृतियां जारी कर दी है। विश्वविद्यालय शिक्षा में गुणवत्ता लाने हेतु कटिबद्ध है।