शेखावत की अनूठी पहल जल संचय को लेकर
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। कर्नाटक के 82 वर्षीय बुजुर्ग कामेगौड़ा ने अपने जीवन के 40 साल पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करने में लगा दिए। उनके भागीरथ प्रयास से आज बंजर पहाड़ी न केवल हरी-भरी है, बल्कि बेजुबान जीव प्यासे नहीं हैं। भाजपा के संभाग मीडिया प्रमुख अचल सिंह मेड़तिया ने बताया कि केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कामेगौड़ा जैसे व्यक्तियों को आगे लाने की अनूठी पहल की है। शेखावत ने कहा है कि यदि आपके आसपास कामेगौड़ा जैसे लोग हैं या आप स्वयं इस कार्य में लगे हैं तो अपनी कहानी मुझसे साझा करें। मैं ऐसे लोगों की मदद करूंगा। शेखावत ने कहा कि जैसे दशरथ मांझी ने पहाड़ के बीच से रास्ता निकाला, वैसे ही कामेगौड़ा ने गांव के पहाड़ी इलाके में लघु बांध बना दिए। शुरुआत में पहाड़ी पर पानी रोकने के उनके अकेले प्रयास को लोग हंसी में उड़ाते थे। वो मजाक का पात्र बने थे, लेकिन उनकी लगन में इससे फर्क नहीं आया। आखिरकार कामेगौड़ा ने वो कर दिखाया, जिसे देख नौजवान भी दांतों तले उंगलियां दबा लेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जलशक्ति मंत्रालय जल संचय के प्रत्येक कार्य को प्रोत्साहित करने को तत्पर है। हम जल संचय में लगे लोगों की मदद भी कर सकते हैं। उन्हें प्रोत्साहन और अन्य सहयोग प्रदान कर सकते हैं। जल संचय हम सबकी जिम्मेदारी है। देश को जल समृद्ध बनाना हम सबका सामूहिक संकल्प है।