सूर्यनगरी के बच्चों ने रोजा रखकर कोरोना महामारी से बचाने की दुआएं मांगी
- सेवा भारती समाचार
- घरों में रहकर बच्चों ने जुमातुल विदा पर रोजा रखा
जोधपुर। अल्लाह की इबादत का पाक महीना रमजान में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने लॉकडाउन के चलते अपने-अपने घरों में परिवार के साथ मिलकर नमाज अता की। लॉकडाउन के कारण मस्जिदों में रोजा इफ्तार नहीं हुए। घरों में ही रोजा रखकर नमाज पढ़ी गई और रोजा इफ्तार कर घर, नगर, वतन की तरक्की की दुआएं मांगी। वहीं कोरोना महामारी से देश को सुरक्षित रखने की दुआएं मांगी। इतना ही नहीं इसके बाद अल्लाह से इबादत में मासूम बच्चें भी शामिल हुए उन्होंने इस्लाम के फर्ज का निर्वाह करते हुए रोजा रखा।
वहीं बलदेव नगर निवासी 11 वर्षीय शफीकुर्रहमान ने रमजान माह के आखिरी जुम्मा ‘जुमातुल विदा’ पर अपना पहला रोजा रखकर कोरोना जैसी महामारी से अपने वतन को महफूज रखने की दुआ मांगी। वहीं दादा शकूर मोहम्मद व पिता शकील मोहम्मद ने भी अपने पूरे परिवार के साथ घर में ही नमाज अदा कर देश की खुशहाली और अमन व चैन के लिए दुआ मांगी। दूसरी और शहर के सरदारपुरा प्रथम बी रोड निवासी अदीबा भी दूसरों की तरह अपने रब की आजिज़ी के लिए कुरान पाक की तिलावत के साथ अभी तक पूरे रमजान रोजा रख रही हैं। पिता अनवर हुसैन और अम्मी शाहिस्ता ने बताया कि अदीबा पिछले 2 सालों से 2-4 रोजे रखती आई हैं। लेकिन इस बार अल्लाह के करम से पूरे रमजान महिने के रोजे रखकर अल्लाह से दुआएं मांग रही हैं। शायद मालिक छोटे और मासूम बच्चें की गुजारिश मान लें और पूरी दुनियां पर आई कोरोना नामक वबा से हिफाज़त फरमा दें। इसी तरह चान्दणा भाखर निवासी अलीना और फरहान ने भी घर में ही नमाज अदा कर अल्लाह इबादत में जुटे हुए है। अपने रब से दुआएं मांग रहे है।