सबके अनुभव से संवरेगा जोधपुर: संभागीय आयुक्त
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। जोधपुर का सर्वांगीण विकास अब सबके ज्ञान, अनुभव एवं सुझावों के आधार पर किया जाएगा ताकि भावी आवश्यकताओं व स्थानीय जरूरतों के अनुरूप जोधपुर में सुविधाओं का विस्तार किया जा सके। संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने अपने कक्ष में जोधपुर के सिटी डवलपमेंट प्लान को लेकर विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ करीब दस घंटे लगातार संवाद किया। संभागीय आयुक्त ने इस नवाचार से जोधपुर के विकास में हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित हो सकेगी।
संभागीय आयुक्त ने जेडीए व निगम के अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि जोधपुर राज्य का दूसरा सबसे बड़ा जिला होने के साथ ही पर्यटन की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण शहर है। जहां राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कई संस्थाएं स्थापित है। ऐसे में भावी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए यहां पर सडक़, उद्यान, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, ड्रेनेज सिस्टम, स्वच्छता, तालाब का विकास एवं सौन्दर्यीकरण सहित अन्य कार्यो को मास्टर प्लान के मुताबिक गति दी जाएं। कार्यो में गुणवता के साथ-साथ आधुनिक सुविधाओं के समायोजन का भी ध्यान रखा जाएं। उन्होंने कहा कि विकास के ये कार्य लघु अवधि नहीं अपितु दीर्घ अवधि को ध्यान में रखकर किए जाएं ताकि लम्बे समय तक खर्च की राशि का सदुपयोग सुनिश्चित हो सकें। संभागीय आयुक्त ने जिला कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह व जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि सिटी डवलपमेंट प्लान के तहत सभी 33 परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के लिए मिशन मोड में काम किया जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि आमजन को राहत देने के लिए इन सभी कार्यो को निश्चित व समयावधि में पूर्ण करें। साथ ही जनप्रतिनिधियों का फीडबैक लेते हुए कार्य पूर्ण करवाएं। संभागीय आयुक्त ने जनप्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप जोधपुर के विकास में जनप्रतिनिधियों की राय के अनुसार प्रोजेक्ट तैयार कर उन्हें लागू किया जाएं। उसी दिशा में ये संवाद आयोजित किया गया ताकि जनप्रतिनिधियों के सुझाव लेकर जोधपुर के विकास की आगे की रूपरेखा तैयार कर सकें। चर्चा के दौरान जनप्रतिनिधियों ने जोधपुर में मैट्रो ट्रेन चलाने, एजुकेशन हब विकसित करने, पावटा से बनाड़ तक 6 लेन रोड विकसित करने, सारण नगर में बेहतर ड्रेनेज सिस्टम के साथ विशाल पार्क विकसित करने, उम्मेद सागर में विकास कार्य करवाने, शहर में सघन वृक्षारोपण करने सहित अन्य महत्वपूर्ण सुझाव दिए। चर्चा के दौरान जनप्रतिनिधियों ने कहा कि विकास कार्यो में सभी दलों के जनप्रतिनिधियों की राय के आधार पर रूपरेखा तैयार करना एक सराहनीय पहल है। हम इसका स्वागत करते है। इस दौरान राज्यसभा सदस्य राजेन्द्र गहलोत ,पूर्व राजस्व मंत्री रामनारायण डूडी, पूर्व राजसीको चेयरमेन सुनील परिहार, पूर्व जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी, नीलम मून्दड़ा, लक्ष्मण सिंह सोलंकी एवं अन्य उपस्थित थे। मीडिया के प्रतिनिधियों से चर्चा के दौरान कहा कि यद्यपि राज्य सरकार अधिक से अधिक सेवाओं को अॅान लाइन प्लेट फॅार्म पर लाने का प्रयास कर रही है। इसी तर्ज पर आईटी का उपयोग करते हुए शहर के कार्यालयों को और अधिक पब्लिक फ्रेडंली बनाया जाएं जिससे आमजन की सुनवाई व उनके कार्य ओर भी प्रभावी तरीके से हो सके। उन्होंने कहा कि जोधपुर में बड़ी संख्या में पर्यटक आते है। इसे देखते हुए सिटी की गलियों को संवार कर उन्हें पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित किया जा सकता है। संभागीय आयुक्त ने कहा कि विकास में मीडिया की अहम भूमिका होती है ऐसे में वे सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रशासन को सुझाव देते रहें साथ ही जनकल्याण से जुड़ी राज्य सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में सहयोग प्रदान करें ताकि पात्र लोगों को उसका लाभ मिल सकें। संभागीय आयुक्त ने औद्योगिक संगठनों के साथ संवाद कर कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को उद्योगों के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करना चाहती है। कोविड संक्रमण के इस दौर में आर्थिक गतिविधियों को पटरी पर लाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, ऐसे में उद्यमी अघिक से अधिक निवेश कर अपने उद्योगों का विस्तार करें ताकि उसमें अधिकाधिक लोगों को रोजगार मिल सकें। राज्य सरकार उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान कर रही है। बैठक में उद्यमियों ने औद्योगिक पार्क विकसित करने, मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित करने, सॅालिड वेस्ट के निस्तारण के उपाय करने सहित अन्य सुझाव दिए। संभागीय आयुक्त ने सेवानिवृत अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि आपके पास विकास कार्यो व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने का दीर्घ अनुभव है उसका उपयोग कर हम जोधपुर के विकास को गति देना चाहते है। बैठक में सेवानिवृत अधिकारियों से सुझाव दिए कि राज्य सरकार की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए उन्हें आई टी से जोडा जाएं। विकास कार्यो को निश्चित समयावधि में पूर्ण करवाने के लिए लगातार निरीक्षण किए जाएं। साथ ही उनमें आने वाली बाधाओं का त्वरित निस्तारण किया जाएं। इसके लिए एक डेडीकेटेड सैल भी बनाई जा सकती है। इस दौरान सेवानिवृत अधिकरियों में प्रभा टाक, जेके बंसल, गणपतलाल सुथार, अनवर अली आदि उपस्थित थे। संभागीय आयुक्त ने स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा कि गरीब व जरूरतमंद तबके तक राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने में स्वयंसेवी संस्थाओं की बड़ी भूमिका होती है। आप सब मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप योजनाओं का लाभ अंतिम छोर तक पहुंचाने में सहयोग प्रदान करें। संभागीय आयुक्त ने कायलाना वॉटर स्पोर्टस, कायलाना के चारो तरफ सडक़ निर्माण, सिद्धनाथ रोप वे, गौशाला मैदान विकास कार्य, पॉलिटेक्निक कॉलेज ऑडिटोरियम, सारण नगर से बनाड़ तक 100 फीड रोड तथा आरओबी, एम्यूजमेंट पार्क गणेश मंदिर, हैरिटेज पथ विकास कार्य, वर्षा जल निकासी के लिए प्रमुख तीन नाला निर्माण भैरव नाला, यूनिवर्सिटी नाला, आरटीओ नाला, नया तालाब के पुनरूद्धार कार्य, बाईजी का तालाब का पुनरूद्धार एवं मरम्मत, गंगलाव तालाब का पुनरूद्धार एंव मरम्मत, ऐतिहासिक मंडोर उद्यान परिसर में नागादड़ी पहाड़ी के विकास एवं सौन्दर्यीकरण, उम्मेद पार्क, म्यूजियम में विकास कार्य तथा सुमेर लाईब्रेेरी का निर्माण कार्य, मानसागर पार्क में विकास कार्य, अशोक उद्यान एवं ओपन एयर थियेटर व अन्य विकास कार्य, जालौरी गेट से तकिया चांदशाह होते हुए पावटा चौराहा तक वैकल्पिक सडक़, घोड़ा घाटी से मेहरानगढ तक सडक़, शहर की अन्य महत्वपूर्ण सडक़ों का विकास एवं रखरखाव , रिंग रोड परियोजना, एलिवेटेड रोड, जोजरी नदी में साल भर पानी की उपलब्धता एंव सौन्दर्यीकरण के लिए रिवर फ्रंट बनाने, सुरपुरा बांध डूब क्षेत्र विकास, एम्यूजमेंट पार्क सुरपुरा बांध, राजीव गांधी लिफ्ट केनाल परियोजना, पुनर्गठित शहरी जलप्रदाय परियोजना, राई का बाग स्थित जोधपुर बस स्टेण्ड परिसर में पावटा सब्जी मंण्डी स्टेण्ड का निर्माण कर इसे राई का बाग रेल्वे स्टेशन से फुटब्रिज से जोडऩा, बार्योडायवर्सिटी पार्क, नागौर रोड तथा कायलाना आदि विकास कार्या पर संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की और इन विकास परियोजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि निर्धारित समयावधि में आपसी समन्वय के साथ पूर्ण करें। बैठक में जिला कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त असलम मेहर, जेडीए आयुक्त मेघराज रत्नू, एडीएम सिटी सीमा कविया सहित संबंधित अधिकरियों ने भाग लेकर विमर्श किया।