पाली के वुशू वीरों ने कोटा में लहराया परचम
तीन कांस्य पदकों से जिले का नाम रोशन
पाली। राज्य के खेल इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ा जब 69वीं राज्य स्तरीय विद्यालय वुशू प्रतियोगिता कोटा में संपन्न हुई ।
इस प्रतियोगिता में पाली जिले के तीन तेजतर्रार खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए तीन कांस्य पदक हासिल कर जिले का मान बढ़ाया ।
तारा राम और मानव शर्मा ने छात्र वर्ग में चमकाया दमखम
शिक्षा विभाग द्वारा गठित निर्णायक एवं चयन समिति के सदस्य राम अवतार ने जानकारी देते हुए बताया कि 19 वर्ष छात्र वर्ग में तारा राम (48 किलो भार वर्ग) तथा मानव शर्मा (85 किलो भार वर्ग) ने कांस्य पदक अर्जित किए ।
दोनों खिलाड़ियों ने अपने अद्भुत संयम, शक्ति और खेल भावना से प्रतिस्पर्धा में अलग पहचान बनाई ।
*”पसीने की हर बूंद ने लिखा है कहानी,*
*मुकाबले की मिट्टी में गढ़ी है जवानी ।*
*तारा और मानव ने दिखाया कमाल,*
*कांस्य ही सही, मगर जीत है निशानी!”*
इन दोनों खिलाड़ियों की सफलता से न केवल विद्यालय परिवार बल्कि पूरे पाली जिले में हर्ष की लहर दौड़ गई ।
बालिका वर्ग में काजल ने दिखाया साहस और संकल्प
बालिका वर्ग में काजल ने अपने शानदार प्रदर्शन से कांस्य पदक जीतकर साबित किया कि पाली की बेटियां अब किसी भी मंच पर पीछे नहीं ।
उन्होंने हर मुकाबले में आत्मविश्वास और संतुलन का परिचय देते हुए वुशू में अपना दबदबा कायम रखा।
*”काजल की चाल में थी बिजली की लहर,*
*उसके हौसले से झुका हर कहर।*
*वो लड़ी भी मुस्कान के साथ* *मैदान में,*
*पाली की बेटी बनी आज गौरव का शहर!”*
काजल की इस जीत ने पाली की खेल संस्कृति को नई ऊँचाइयाँ दी हैं और बालिका खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हैं।
उप जिला शिक्षा अधिकारी बलवीर सिंह राणावत एवं डॉ. भूपेंद्र सिंह सोडा ने खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि “पाली जिले की युवा पीढ़ी ने यह साबित कर दिया है कि लगन और अनुशासन से कोई भी लक्ष्य कठिन नहीं ।
आज पाली की खेल प्रतिभा प्रदेश में अपना परचम लहरा रही है।”
टीम के साथ कोच घनश्याम लाल (राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झूपेलाव) और दलाधिपति मंगला राम का योगदान सराहनीय रहा। उन्होंने खिलाड़ियों का हर चरण पर उत्साहवर्धन किया और प्रतियोगिता के दौरान रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान किया।
पाली जिले को एक साथ तीन कांस्य पदक मिलने पर पूरे क्षेत्र में हर्ष और गर्व की भावना व्याप्त है।
यह उपलब्धि जिले के खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और शिक्षा विभाग के सामूहिक प्रयास का परिणाम है।
पाली जिले की इस शानदार सफलता से जिले के युवा खिलाड़ियों में नई ऊर्जा का संचार हुआ है।
सभी विद्यालयों में अब प्रशिक्षण और भी उत्साहपूर्वक चल रहा है, ताकि आने वाले समय में ये खिलाड़ी राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीतकर पाली का नाम और भी ऊँचा करें।