जवाई बांध के चार गेट खोले गए
पाली। पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जवाई बांध के चार गेट शनिवार को खोले गए। लगातार हो रही बारिश के कारण बांध का जलस्तर बढ़ने पर यह निर्णय लिया गया। 1, 2 और 4 नंबर गेट को 2-2 फीट तक और 10 नंबर गेट को 1 फीट तक खोला गया। जल संसाधन विभाग के अनुसार, वर्तमान में बांध का जलस्तर 61.25 फीट की कुल भराव क्षमता के निकट पहुंच चुका है।
जवाई नहर खंड सुमेरपुर के अधिशाषी अभियंता राज भंवरायत ने बताया कि जवाई बांध के निर्माण के बाद यह दसवीं बार है जब इसके गेट खोले गए हैं। पिछली बार वर्ष 2023 में डैम के गेट खोले गए थे।
बारिश का असर जिले के कई हिस्सों में देखा गया। सादड़ी क्षेत्र में जोधपुर एम्स के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कुंतल अपनी पत्नी सुदेशना के साथ देसूरी जा रहे थे। रास्ते में गुड़ा जाटान स्थित तनोट माताजी मंदिर के आगे एक बरसाती नाले को पार करते समय तेज बहाव में उनकी कार फंस गई। गनीमत रही कि समय रहते उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
उधर, परशुराम महादेव मंदिर का झरना भी भारी बारिश के कारण उफान पर है। लोगों को सावधानी बरतने और जल स्रोतों से दूर रहने की अपील की गई है।
इसी क्रम में एक अन्य हादसे में एक ट्रैक्टर समेत तीन लोग नदी में गिर गए, हालांकि राहत व बचाव कार्य समय रहते शुरू हो गया, जिससे जान-माल के बड़े नुकसान से बचाव हो सका।
प्रशासन ने क्षेत्रवासियों से अपील की है कि वे वर्षा और बाढ़ के दौरान अनावश्यक रूप से जलभराव वाले क्षेत्रों और बहते नालों में जाने से बचें।