सामान्य परिस्थितियों में इन्तकाल हो जाने पर जनाजे को इस्लामी तरीके से दफनाने की मांग की। 

सेवा भारती समाचार 

जोधपुर। अध्यात्मिक इस्लामी संस्थान दारूल उलूम इस्हाकिया के मुफ्ती ए आजम राजस्थान शेर मोहम्मद रिजवी की सदारत में समाजसेवी इकबाल खान बैण्डबाॅक्स, पूर्वउपमहापौर अब्दुल गनी फौजदार,  इलियास मोहम्मद व शौकत अली लोहिया की पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी आईपीएस अरशद अली से मुलाकात कर मुस्लिम मर्द व औरत के कोरोना या सामान्य परिस्थितियों में इन्तकाल हो जाने पर जनाजे को इस्लामी तरीके से दफनाने की मांग की। प्रवक्ता शौकत अली लोहिया ने बताया कि मुफ्ती ए आजम राजस्थान शेर मोहम्मद रिजवी की सदारत में समाजसेवी इकबाल खान बैण्डबाॅक्स, पूर्वउपमहापौर अब्दुल गनी फौजदार व इलियास मोहम्मद ने मांग करते हुए  कहा की मुस्लिम मर्द व औरत के कोरोना से इन्तकाल होने की परिस्थितियों में कोरोना वार्ड में लगे मुस्लिम नर्सिंग स्टाॅफ द्वारा इस्लामी मान्यता व जनाजे को चिकित्सा प्रशासन के नियमों की पालना करते हुए गुस्ल करवाकर मय्यत को परिवार के चन्द सदस्यों की उपस्थिति में जनाजे की नमाज एक निश्चित दूरी में रहकर अदा करने और जनाजे को कब्र में परिवार दाखिल करने और मुस्लिम मुस्लिम मर्द व औरत का इन्तकाल सामान्य परिस्थितियों में हो तो कम से कम चालीस पचास लोगों को जनाजे में शिरकत कर नमाज अदा करने व कब्र में दाखिल करने की इजाजत दे, ताकी परिवार को उनके इन्तकाल पर सब्र अता हो। आईपीएस अधिकारी अरशद अली की मध्यस्थता में रखते हुए जिला कलक्टर व आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने  चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की गाइडलाईन की पालना में इसकी इजाजत देते हुए कोरोना वाइरस से इंतकाल होने पर अंतिम संस्कार प्रक्रिया में परिजनों की सहमति से एक-दो सरकारी व गैरसरकारी सदस्यों की मौजूदगी में दो-चार परिवार के लोग व सामान्य इंतकाल होने पर 40 से 50 लोगों को अनुमति प्रदान की जाएगी, लेकिन इसके लिए परिजनों को निर्धारित प्रपत्र में लिखित अनुमति लेनी होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button